झारखंड में भूकंप के झटके से सहमे लोग, रिक्टर स्केल में 3.6 की तीव्रता मापी गई
Jharkhand Earthquake: पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हर देश की सरकार अलग-अलग हथकंडे अपनाती रहती है। लेकिन फिर भी कुछ लोग लगातार प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं। लेकिन कहते हैं ना कि जब प्रकृति अपना प्रकोप दिखाती है, तो किसी को नहीं बख़्शती। कुछ ऐसा ही प्रकोप झारखंड में देखने को मिला जहां आज सुबह ही भूकंप के झटके महसूस किए गए। तो चलिए पूरे विस्तार से हम आपको इस खबर के बारे में बताते हैं।
3.6 की तीव्रता से आया भूकंप
झारखंड राज्य के कई हिस्सों में सुबह 9:20 पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.6 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र खूंटी बताया गया लेकिन इसके साथ ही भूकंप के झटके राजधानी रांची, जमशेदपुर और चाईबासा में महसूस किए गए हैं। यह झटका इतनी तीव्रता के साथ आया था, की झारखंड के लोग इससे डरे और सहमें हुए हैं। हालांकि इन भूकंप के झटको से किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा लेकिन प्रकृति इन झटकों के माध्यम से संभलने का संकेत दे रही है।
क्यों आते हैं भूकंप?
आपको बता दे कि पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं जो लगातार घूमती रहती है। जहां यह प्लेट ज्यादा टकराती है वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है, और बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ने लगते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटते हैं और नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती है, जो भूकंप के रूप में हम सभी को महसूस होता है।
भूकंप मापने का पैमाना क्या है?
भूकंप की जांच रिक्टर स्केल से होती है इसे रिक्टर मेग्नीट्यूड टेस्ट स्केल भी कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। आपको बता दे की झारखंड में जिस तीव्रता को महसूस किया गया वह किसी ट्रक का नजदीक से गुजरने का एहसास जैसा था। वहीं यदि रिक्टर स्केल में सात या आठ या फिर 9 तक की तीव्रता मापी जाएगी तो इससे पूरी दुनिया तबाह हो सकती है।